If you are a student of ITI and you also read the subject of engineering drawing, then it is most important that you have knowledge about the engineering seat, if you do not have complete knowledge of the seat in any way, then you will not be able to do a good standard drawing. You will not be able to understand where you have to write the title, where you have to write the description etc. That is why it is most important that you get detailed information about the engineering drawing sheet. Let us explain to you all the types of engineering drawing sheets. and where to write what is in it, if you tell us how you will make a drawing on it, let us understand in detail.
- Standard sizes of drawing sheets as per BIS 46: 2003
- Basic Principle of Drawing Sheet
- Layout of Drawing Sheet
- Margin
- Border Line
- Border and Frame
- Orientation Mark
- Metric Reference Graduation
- Grid Reference
- Item Reference
- Title Box
- IS विशिष्टता के अनुसार 210 x 297 मिली मीटर माप का परिष्कृत रेखा चित्र पन्ना किस ग्रेड के नाम से जाना जाता है
- ड्राइंग शीट को उनके आकार के अनुसार भारतीय मानक द्वारा नामित किया गया है 1 मीटर स्क्वायर सतह क्षेत्रफल वाले ड्राइंग शीट का पद नाम होगा
- ड्राइंग बोर्ड की कार्यकारी कोर को किस से जांचा जाता है?
- SP 46 : 2003 के अनुसार एक A0 साइज की ड्राइंग शीट के प्रिंट को फाइलिंग व वाइंडिंग करने के लिए प्रिंट को मोड़ने के लिए कितने मोड़ दिए जाते हैं
Standard sizes of drawing sheets as per BIS 46: 2003
Sr. No | Sheet Designation | Trimmed Size (mm) | Untrimmed Size (mm) |
---|---|---|---|
1 | A0 | 841 x 1189 | 880 x 1230 |
2 | A1 | 594 x 841 | 625 x 880 |
3 | A2 | 420 x 594 | 450 x 625 |
4 | A3 | 297 x 420 | 330 x 450 |
5 | A4 | 210 x 297 | 240 x 330 |
6 | A5 | 147 x 210 | 165 x 240 |
Basic Principle of Drawing Sheet
प्रयुक्त की जाने वाली पूर्व मुद्रित या खाली ड्राइंग शीट का आकार इंजीनियरिंग के किसी भी क्षेत्र में तकनीकी ड्राइंग के साथ अत्यधिक महत्व होता है ड्राइंग शीट के साइज का आधारभूत सिद्धांत इसकी लंबाई व चौड़ाई के अनुपात के रूप में दर्शाया जाता है
- x:y = 1: √2
- xy = 1
जहां x और y ड्राइंग शीट की साइड तथा जिसका पृष्ठीय क्षेत्रफल 1 मीटर स्क्वायर होता है अतः x = 0.841m और y= 1.189m |
- लंबाई के या चौड़ाई के दुगने के साथ-साथ संयोग से क्रमबद्ध प्ररूपी मापो के आकार की दो श्रेणियां प्राप्त होते हैं दोनों मापो का क्षेत्र के 1 : 2 अनुपात में होता है
- 1 सीट के दोनों माफ समान होते हैं अतः एक प्रारूप के x व y दोनों साइड के लिए समीकरण x:y = 1: √2 प्राप्त होता है इसके परिणाम स्वरूप दोनों साइडों के मध्य समान अनुपात होता है जैसे एक वर्ग के विकर्ण के दोनों तरफ होता है
Layout of Drawing Sheet
ड्राइंग शीट पर ड्राइंग का अभिन्यास इस तरह से किया जाना चाहिए कि इसे आसानी से पढ़ा जा सके तथा जरूरी संदर्भों को लोकेट किया जा सके जैसा की चित्र में दिखाया गया है A1 साइज का ड्राइंग शीट लेआउट दिखाया गया है सभी विमाए मिली मीटर में है एक फुल साइज का ड्राइंग कागज 565 मिलीमीटर x 765 मिलीमीटर साइज का लिया जाता है ड्राइंग शीट में मार्जिन रेखाएं खींचकर मार्जिन छोडी जाती है
चित्रानुसार बॉर्डर लाइन खींचकर वर्किंग स्पेस प्राप्त किया जा सकता है SP : 46 – 2003 के संस्तुति अनुसार A0 तथा A1 शीट साइज के लिए बॉर्डर की चौड़ाई 20 mm तथा A2,A3,A4, एवं A5 साइज के लिए दी गई है
Margin
ड्राइंग शीट में मार्जिन मार्जिन रेखा द्वारा प्रदान किया जाता है मार्जिन रेखा का प्रिंट ड्राइंग शीट का परिष्कृत साइज होता है
Border Line
ड्राइंग शीट के चारों ओर बॉर्डर रेखा खींच कर एक स्पष्ट कार्यक्षेत्र उपरोक्त चित्र अनुसार प्राप्त होता है सीट के बाएं तरफ बॉर्डर रेखा द्वारा रखा गया अधिक क्षेत्र सीट को फाइलिंग और वाइंडिंग करने के उपयोग में लिया जाता है यदि सीट को वाइंडिंग और फाइलिंग नहीं करके कैबिनेट मे स्टोर की जाती है तो बॉर्डर लाइन के द्वारा सीट के चारों तरफ बराबर क्षेत्र दिया जाता है
Border and Frame
IS 46 : 2003 के अनुसार A0 व A1 साइज की सीट के लिए बॉर्डर की चौड़ाई 20 mm तथा A2,A3,A4,A5 के लिए बॉर्डर की चौड़ाई 10mm रखी जाती है एक ड्राइंग उद्देश्य के लिए एक स्पष्ट क्षेत्र फ्रेम के द्वारा दर्शाया जाता है
Orientation Mark
ड्राइंग शीट के चारों साइड में चार सेंटर मार्क किए जाते हैं जो ड्राइंग की स्थिति के पुनः उत्पादित करने के उद्देश्य के लिए सुविधा प्रदान करते हैं
Metric Reference Graduation
सभी ड्राइंग पर एक फिगर लेस मेट्रिक रेफरेंस ग्रेजुएशन प्रदान किए जाते हैं जिनकी न्यूनतम लंबाई 100 मिली मीटर होती है और इन्हें 10 मिली मीटर के बराबर भागों में बांटा जाता है मेट्रिक रेफरेंस ग्रेजुएशन सीट के बॉर्डर में प्रेम के पास अनुस्थापन चिन्ह से समान रूप से दिए जाते हैं इनकी अधिकतम चौड़ाई 5 मिलीमीटर और स्ट्रोक की मोटाई 0.5 मिलीमीटर रखी जाती है
Grid Reference
ग्रिड संदर्भ सभी साइज की ड्राइंग सीटों के लिए ड्राइंग की डिटेल ड्राइंग पर किए गए अलग से परिवर्तन तथा ड्राइंग की स्थिति को दर्शाने के लिए प्रदान किए जाते हैं इन सभी ग्रिडों की संख्या दो से भाज्य होनी चाहिए तथा ड्राइंग की जटिलता के आधार पर होनी चाहिए तथा यह अनुशंसा की जाती है कि ग्रिड आए तो के किसी भी साइड की लंबाई 25 मिली मीटर से कम और 75 मिलीमीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए ड्राइंग शीट पर ग्रीड एक तरफ अक्षरों में तथा दूसरी तरफ अंकों में दिए जाते हैं|
Item Reference
वस्तु संदर्भ किसी असेंबली है या डिटेल ड्राइंग में दिखाया गया पाटो को क्रमानुसार ड्राइंग शीट पर एक सारणी में दिखाना कहलाता है कोई भी असेंबली में दिखाए गए समान पार्ट समान वस्तु संदर्भ रखते हैं सभी वस्तु संदर्भ एक वस्तु सूची में दिखाया जाते हैं
Title Box
सीट को बॉर्डर पर लगाने के पश्चात इसे ISI 696 – 1972 के अनुमोदन के अनुरूप माप लेकर चित्र अनुसार बनाते हैं बाई और पर्याप्त जगह ड्राइंग बनाने के लिए छोड़ी जाती है टाइटल बॉक्स हमेशा ड्राइंग शीट के दाएं तरफ नीचे की ओर बनाया जाता है इसकी माप 185 मिलीमीटर x 65 मिलीमीटर रखी जाती है यह माप क्षैतिज रेखा के सापेक्ष 185 मिली मीटर तथा ऊर्ध्वाधर रेखा के सापेक्ष 65 मिलीमीटर रखी जाती है|
टाइटल बॉक्स में निम्न बिंदु होना आवश्यक है
- फर्म का नाम
- ड्राइंग का शीर्षक
- पैमाना
- ड्राइंग संख्या
- ड्राइंग की दिनांक
- विद्यार्थी का नाम
- वीक्षक के हस्ताक्षर
- सीट पर बनाई गई सभी ड्राइंग की संख्या
IS विशिष्टता के अनुसार 210 x 297 मिली मीटर माप का परिष्कृत रेखा चित्र पन्ना किस ग्रेड के नाम से जाना जाता है
A4
ड्राइंग शीट को उनके आकार के अनुसार भारतीय मानक द्वारा नामित किया गया है 1 मीटर स्क्वायर सतह क्षेत्रफल वाले ड्राइंग शीट का पद नाम होगा
A0
ड्राइंग बोर्ड की कार्यकारी कोर को किस से जांचा जाता है?
टी स्क्वायर
SP 46 : 2003 के अनुसार एक A0 साइज की ड्राइंग शीट के प्रिंट को फाइलिंग व वाइंडिंग करने के लिए प्रिंट को मोड़ने के लिए कितने मोड़ दिए जाते हैं
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